बलिया। भारत में कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है, हालांकि इसी बीच सुखद बात यह है कि शहरों से लेकर गावों तक में जागरूकता देखने को मिल रही है। देश भर के लोग गांवों को लेकर अत्याधिक चिंतित थे लेकिन गांव के युवाओं ने इस महामारी से निपटने हेतु जो मुहिम चलाई है वह काबिलेतारीफ है।
आज हमने उत्तर प्रदेश के पूर्वी छोर पर बसे बलिया जिले के एक गांव का जायजा लिया। दरअसल, बलिया जिले के बांसडीह थाना क्षेत्र स्थित नारायणपुर ग्रामसभा में लोग जिस जारूकता से लगे हुए हैं उससे अन्य गांव के युवाओं को प्रेरणा जरूर लेनी चाहिए। खास बात यह है कि बिना किसी सरकारी महकमें की मदद से बाबा मझोस नाथ सेवा समिति के कार्यकर्ता दिन रात जुटे हुए हैं। गाँव को सेनेटाइज करने के साथ ही जरूरत मंदों की लगातार मदद कर एक मिसाल पेश की है।
इस मुहिम का नेतृत्व कर रहे राजकुमार सिंह रिंकू का कहना है कि संकट की घड़ी में हमें निस्वार्थ भाव से अपने सामर्थ्य अनुसार एक दूसरे की मदद करनी चाहिए। हमें गांव के प्रतिष्ठित व सम्पन्न लोगों से जो सहयोग मिल रहा है उसके लिए उनका आभार। बिना किसी भेदभाव के हमारी टीम निरंतर अपने काम में लगी है, युवा साथियों का हौसला व उत्साह हमारे लिए ऊर्जा की तरह है।
सोशल डिस्टेंसिन के बारे में किया जा रहाजा जागरूक
युवाओं ने हमें बताया कि गांव में बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्हें सोशल डिस्टेंसिन का अर्थ नहीं पता है। हमें उन्हें लगातार इसके बारे में बता रहे हैं, छूआ छूत का रोग है इससे कैसे बचें इसके बारे में जानकारी साझा कर रहे है।
गली गली किया गया सेनेटाइज
गांव के लोगों ने बताया कि यह टीम गली गली सफाई अभियान में लगी हुई है। चप्पे चप्पे को सेटेलाइट किया जा चुका है। एतिहाद के तौर पर बाहर से आये लोगों को अकेले में रहने की सलाह दी गयी ही।
इस अभियान में प्रिंस सिंह, सुनील सिंह सोनू, प्रमोद शुक्ला, अभिनव सिंह चंचल, प्रशांत सिंह गोलू समेत अन्य युवा तत्परता से लगे हुए हैं।